Thursday, May 14, 2020

पुदीना - स्वाद, सेहत और सुगंध का खजाना

  पुदीना(Mentha arvenis) मेंथा प्रजाति का सदस्य है जिसे अंग्रेजी में मिंट कहते हैं .यह अपनी विशिष्ट सुगंध के लिए जाना जाता है. पुदीना मेंथाल का मुख्य स्रोत है. पुदीना ताजा और सूखा दोनों  तरह से प्रयोग होता है.

पुदीने के उपयोग-

1.  मेंथॉल का उपयोग विभिन्न प्रकार की औषधियों, सौंदर्य प्रसाधन ,गुटखा ,सिगरेट इत्यादि के निर्माण में किया जाता है.

2.  पुदीने की पत्तियां और धनिया, मिर्चा ,नमक इत्यादि मिलाकर चटपटी और स्वास्थ्यवर्धक चटनी बनती है.

3. प्रतिदिन पुदीने की कुछ पत्तियां चबाकर खाने से मुंह से आने वाली  दुर्गंध से निजात पाई जा सकती है.

4. पुदीना ,नींबू और प्याज के रस  को बराबर मात्रा   मैं मिलाकर सेवन करने से हैजा रोग में लाभ मिलता है.

5. बहुत से त्वचा रोगों में भी पुदीना लाभकारी है.


6. पुदीने की पत्ती को बारीक पीसकर शहद के साथ मिलाकर दिन में तीन चार बार  चाटने से अतिसार में राहत  मिलती है.

7. बिना दूध के बनने वाली पुदीने की चाय भी बहुत गुणकारी होती है.

8. पेट दर्द मैं पुदीना और अल्प मात्रा में जीरा, हींग और काली मिर्च मिलाकर पीने से आराम मिलता है.

घर पर कैसे उगाएं-  बाजार से लाए गए पुदीने की पत्तियां तोड़कर उपयोग कर  ले और  डंठल किसी नम जगह पर लगा दे यदि आपके पास खाली जमीन नहीं है तो गमले में मिट्टी भरकर लगाया जा  सकता है.



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